अपनी नजर को कैसे बेवफा बनायें हम
अपनी नजर को कैसे बेवफा बनायें हम अपनी नजर को कैसे बेवफा बनायें हम जिसमें सिर्फ तुम्हारा दिदार छिपा है …
अपनी नजर को कैसे बेवफा बनायें हम अपनी नजर को कैसे बेवफा बनायें हम जिसमें सिर्फ तुम्हारा दिदार छिपा है …
दिल का द्रर्द कोई झलकता जाम नहीं। दिल का द्रर्द कोई झलकता जाम नहीं।दिल का द्रर्द कोई झलकता जाम नहीं। …
छोड़ाए न छुटे मोह के धागे | छोड़ाए न छुटे मोह के धागे ।छोड़ाए न छुटे मोह के धागे । …
इश्क़ के कैदखाने में दिल कैद हो गया कुछ बातों से दिल अपने हीं घर में अवैध हो गया। इश्क़ …